लखनऊ। विवेक सूद और उनके परिवार के दो अन्य सदस्यों ने तीन अप्रैल को गोवा जाने और फिर गोवा से दिल्ली लौटने का इंडिगो एयरलाइन से एक ही ,CKETपीएनआर पर अपना टिकट बनवाया। यह टिकट 28 हजार रुपये का बना। अब जबकि लॉकडाउन के कारण देश की सभी घरेलू विमान सेवाएं निरस्त हो गई हैं। विवेक सूद अपनी पूरी यात्र निरस्त करना चाहते हैं। जब उन्होंने टिकट रद करने की प्रक्रिया शुरू की तो पता चला कि उनका 10 हजार कट रहा है। वहीं, यदि वह पराने पीएनआर पर चाहें तो बिना किसी चार्ज के उनको एक साल तक की बुकिंग के लिए पूरा क्रेडिट मिलेगा। इसी तरह फहद बिन उमर अपना पूरा रिफंड चाहते हैं, लेकिन रिफंड की जगह पीएनआर को प्रोटेक्ट कर एक साल तक दूसरा टिकट बनवाने की व्यवस्था के बारे में बताया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण रद हए विमानों के उन यात्रियों के लिए मुसीबत बढ़ गई है, जो अपनी यात्र निरस्त कर पूरा किराया रिफंड लेना चाहते हैं। विमान कंपनियों ने 14 अप्रैल तक निरस्त किए गए उड़ानों के यात्रियों के लिए अपनी नई पॉलिसी जारी की है। इसके तहत यात्री के पीएनआर को कंपनियों ने अपने पास प्रोटेक्ट कर लिया है। पैसेंजर अपनी 30 अप्रैल तक की यात्र के बनाए गए टिकटों का कॉल सेंटर, एयरपोर्ट काउंटर वेबसाइट पर पुरे अकाउंट का रिजर्वेशन क्रेडिट होगा। जो एक साल तक के लिए मान्य होगा। इससे एक साल तक अपनी दूसरी बुकिंग में इस्तेमाल किया जा सकेगा। वहीं एजेंटों से टिकट बनाने वाले यात्री को उनके पास जाकर दूसरी नई बुकिंग कराना होगा। ट्रैवल एजेंसियां कर रहीं गुमराहः __बड़ी संख्या में ट्रैवल एजेंटों से विमान का टिकट बनवाने वाले अपने रिफंड के लिए भटक रहे हैं। लखनऊ से कोलकाता होकर भुवनेश्वर का 24 मार्च का टिकट समीर गुप्ता ने बनवाया था। वह एजेंट के पास गए तो बताया गया कि उनका रिफंड नहीं आया है। इंडिगो से शिकायत हुई तो पता चला कि 24 मार्च को ही 8155 रुपये का रिफंड एजेंट के पास पहुंच गया।
विमान यात्रियों को फल रिफंड नहीं, मिलेगा पूरा क्रेडिट