लखनऊ। संक्रमित महिला चिकित्सक की सास में कोरोना पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। हेल्थ टीम ने सिंगर कनिका के क्लोज कांटेक्ट में आए लोगों की दोबारा मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। सबसे पहले गायिका के मातापिता का सैंपल जांच के लिए दोबारा भेज गया है। दरअसल, गोमती नगर निवासी राजधानी की पहली कोरोना मरीज ठीक हो गई है। वहीं, उसके परिवारजन की पहली बार में जांच निगेटिव आई थी। सोमवार को महिला की सास में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। ऐसे में सीमएओ की टीम ने कमांड हॉस्पिटल में भर्ती बुजुर्ग महिला के परिवार के चार सदस्यों को बेस अस्पताल में क्वारंटाइन कराने का निर्देश दिया गया। वहीं, कनिका के संपर्क में आए लोगों की लिस्ट खंगाली गई। सभी से स्वास्थ्य की जानकारी ली गई। 119 जांच की गईं, नौ अस्पताल में भर्ती केजीएमयू में सोमवार देर रात करीब 68 सैंपल टेस्ट किए गए। इसमें बरेली के पांच मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई। वहीं, मंगलवार को दिन में ___45 मरीजों के सैंपल टेस्ट किए गए। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके अलावा पीजीआइ में सात मरीजों की जांच की गई। यहां भी सभी रिपोर्ट निगेटिव रही। इस दौरान राजधानी के अस्पतालों में नौ पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें कमांड हॉस्पिटल में एक, केजीएमयू में सात व पीजीआइ में कनिका का इलाज चल रहा है। लोहिया संस्थान में कोरोना संक्रमित मरीजों के ऑपरेशन की अलग व्यवस्था होगी। इसमें गर्भवती के प्रसव के अलावा जनरल सर्जरी की एक-एक ओटी रिजर्व की जाएगी। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए । लोहिया संस्थान का शहीद पथ स्थित मातृ-शिशु रेफरल अस्पताल । इसमें 200 बेड का कोविड अस्पताल बन रहा है। यहां 20 बेड का आइसीयू होगा। डिप्टी एमएस डॉ. श्रीकेश के मुताबिक, अब कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अलग ओटी बनेगी। इसमें संक्रमित गर्भवती के लिए ट्रॉमा वार्ड की ओटी को तैयार किया जाएगा। इसके अलावा जनरल सर्जरी के लिए मातृ-शिशु रेफरल अस्पताल के प्रथम तल पर ओटी आरक्षित की गई है। ऐसे में अस्पताल कोरोना के संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन, पॉजिटिव मरीजों के लिए आइसोलेशन, गंभीर मरीजों के लिए आइसीयू की सुविधा की गई है। लोहिया संस्थान के अलावा पीजीआइ केजीएमयू में भी अलग ओटी आरक्षित की जा रही है। केजीएमयू संक्रमित मरीजों के लिए जनरल सर्जरी विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में सोमवार को दम तोड़ने वाले युवक के नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बस्ती नगर पालिका क्षेत्र निवासी युवक को श्वांस संबंधी समस्या के कारण रविवार को बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। युवक की सोमवार को मृत्यु हो गयी थी। इससे पहले बीआरडी मेडिकल कालेज में हुयी जांच में युवक को कोरोना संदिग्ध माना गया था जिसकी पुष्टि बुधवार को लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी (केजीएमयू) की लैब में हो गयी। उन्होने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण यह पहली मौत है वहीं देश में यह पहला मामला है कि महज 25 वर्ष के युवक की मृत्यु कोविङ-19 के संक्रमण से हुयी है। केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ सुधीर सिंह ने बताया कि गोरखपुर से मिला नमूना जांच में पॉजिटिव पाया गया है। इस बीच बस्ती नगर पालिका क्षेत्र के तूर कहिया मोहल्ले को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है और लोगों की । पर आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। मोहल्ले में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। मृतक के परिजनों तथा एंबुलेंस चालक को जांच के लिए बस्ती मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। सूत्रों ने बताया कि युवक रविवार को मेडिकल कॉलेज में सांस फूलने की शिकायत लेकर भर्ती हुआ था। पहले मेडिसिन वार्ड में भर्ती किया गया जबकि बाद में उसे कोरोना संदिग्ध मानते हुये ट्रामा सेंटर के आइसीय में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने संदेह के आधार पर कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उसकी लार का नमूना लेकर लैब में भेजा था जहां जांच में कोरोना के लक्षण मिले थे। इसकी पुष्टि के लिये नमूने को क्रास चेकिंग के लिये केजीएमयू भेजा गया था। उन्होने बताया कि मरीज की देखभाल कर रहे चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ को आइसोलेट करा दिया गया है वहीं दो लैब टेक्नीशियनों को भी हास्टल में आइसोलेट करा दिया गया है। पूरे वार्ड, आईसीयू समेत समूचे अस्पताल को सैनीटाइज कराय जा रहा है।